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Tech Support Scam Crackdown and Other Cyber Updates: देश की साइबर सुरक्षा में नवाचार

India के central Bureau of Investigation ने एक बड़ा क्रैकडाउन अनाउंस किया है टैक् सपोर्ट स्कैमर्स पर। भारतीय सरकार के मुताबिक उन्होंने 76 जगह पर रेड किया, कई भारतीय राज्यों में और डिवाइसेज की दफे कर ली। इसके अलावा कई बैंक अकाउंट्स और ईमेल भी सीज किए गए इस ऑपरेशन को प्लान करने में माइक्रोसॉफ्ट और अमेजॉन की मदद ली गई थी यह दो कंपनी जिनकी एम्पलाइज की नकल करके स्कैम्स टैक् सपोर्ट फाड़ करते थे।

Tech support फ्रॉड एक बड़ा इंडस्ट्री है, रोज हजारों लोग इसमें शिकार होते हैं भारत में इस इंडस्ट्री का बड़ा हिस्सा है जो लेजिटीमेट कंपनी के रूप में अपने सेंटर चलते हैं। चलिए आशा करते हैं कि इस क्रैकडॉन से इस इंडस्ट्री पर बड़ा असर पड़ेगा और शायद इसके खात्मे की तरफ पहला कदम रखा जा सके।

और अच्छी खबर यह है कि कुछ लॉ एनफोर्समेंट एजेंसीज ने एक साइबर गेम Ragnar locker, को बंद कर दिया है। यह एक बड़ा रैनसमवेयर ग्रुप था और 2019 से चला आ रहा था अब उनकी वेबसाइट को साइज किया गया है और यूरोपीयन पुलिस फोर्स के द्वारा एक संदेश दिखाया गया है एजेंसीज ने टेक डाउन अनाउंसस नहीं किया है इसलिए अभी तक यह नहीं पता चला कि सिर्फ Ragnar की इंफ्रास्ट्रक्चर सीज की गई है या कुछ अरेस्ट भी हुए हैं।


रैनसमवेयर के शौकीन के लिए यह बड़ी अच्छी खबर है तो जरूर पढ़ें

और एक न्यूज़ में एक कैंपेन जो फेक पासवर्ड मैनेजर वेबसाइट को प्रमोट कर रहा था अब सामने आया है। मैलवेयरबाइट्स के द्वारा पहले ही discover किया गया था की किसी ने Google पर ads खरीद कर एक सही दिखता वेबसाइट्स को बढ़ावा दिया लेकिन डिस्प्ले name सही होने के बावजूद वेबसाइट असल में वह नहीं है। और डाउनलोड फाइल्स में मैलवेयर छुपा होता है। यह पहला कैंपेन नहीं है जो गूगल एड्स का गलत इस्तेमाल करती है जब भी आप प्रोडक्ट एड्स के द्वारा डाउनलोड करें तो सावधान रहे। 

टेक न्यूज़ में व्हाट्सएप ने कहा है कि अब यूजर्स को मल्टीप्ल अकाउंट्स रखने की अनुमति होगी जो यह तो दो अलग फोंस पर या एक फोन पर जो मल्टीप्ल सिम कार्ड डाल कर चल सकता है। लेकिन सुरक्षा रिसर्चस इस फीचर पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं एक अकाउंट को कंप्रोमाइज करने से दूसरा अकाउंट भी खतरे में आ सकता है इसलिए अलग सुरक्षा उपाय का इस्तेमाल करना होगा।


और आखिर खबर गूगल ने कहा है कि वह एंड्रॉयड फोन में रियल टाइम स्कैनिंग लेगा इस फीचर का मुख्य उद्देश्य है कि यूजर्स को सुरक्षित रखना है जो एप्स को गूगल स्टोर के बाहर से इंस्टॉल करते हैं। लेकिन इस फीचर के साथ कई सुरक्षा खतरे भी आते हैं क्योंकि एप्स इनफेक्टेड हो सकते हैं। गूगल के मुताबिक या फीचर एप्स को इंस्टॉल करते वक्त स्कैन करेगा और यूजर को सूचित करेगा अगर हुआ मालीशियस है। वक्त बताएगा कि यह फीचर कितना उपयोगी और प्रभावित होता है।

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